सबसे पहली और सबसे जरूरी बात, इस शो को आप voot select पर देख सकते हैं। इसमें total 8 episodes जोकि 30 से 40 मिनट लंबे हैं लेकिन अगर आप एक ही दिन में पूरे शो को निपटाना चाहते हैं तो लगभग साडे 5 घंटे का बलिदान देना पड़ेगा। Asur Web Series suspense से भरी हुई है, अगर आपको suspense भरी movies पसंद है तो आपको यह web series जरूर पसंद आएगी।
Asur Web Series Review in Hindi
कहानी को समझने के लिए 3 main characters है जिनको आपको सही ढंग से समझ लेना चाहिए,
पहले हैं धनंजय राजपूत जो CBI के लिए काम करते हैं और फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के काफी बड़े officer है, आसान भाषा में बोले तो यह पुलिस के अंदर science और technology वाले पंगे संभालते हैं। यह दिमाग से काफी चालाक है और इनकी पहुंच भी काफी ऊपर तक है, इसीलिए society में इनकी काफी इज्जत है और इनका ego भी काफी बड़ा है। अक्सर यह बड़े-बड़े cases मैं खुद के दिमाग से फैसला सुना देते हैं और सामने वाले को अपने ही ढंग से सजा भी दे देते हैं फिर चाहे उसके लिए कानून को ही तोड़ना फोड़ना क्यों ना पड़े, यह डरने वालों में से बिल्कुल नहीं है।
दूसरे वाले हैं निखिल नायर जो किसी जमाने में CBI के लिए काम करते थे और धनंजय के student हुआ करते थे, लेकिन आजकल इंडिया से दूर यह अमेरिका मैं बैठकर एक मामूलीसा training job कर रहे हैं। CBI छोड़ने के फैसले से यह खुश तो बिल्कुल नहीं है, लेकिन dead body के मुकाबले अपनी बीवी और बच्ची के साथ वक्त गुजारना किसको पसंद नहीं है! निखिल सही और गलत में यकीन रखते हैं और गलती से भी इंसान के साथ नाइंसाफी नहीं करना चाहते, फिर भले ही सामने चोर डाकू क्यों ना हो यह उसको सुधारने का पूरा मौका देते हैं।
तीसरा और सबसे important character है शुभ नाम के अतरंगी से लड़के का जिसको बचपन से ही उसके घर वाले असुर के नाम से बुलाते हैं क्योंकि इसका दिमाग बाकी लोगों से काफी तेज भागता है और किसी भी angle से इसकी हरकतें मामूली इंसानों जैसी बिल्कुल नहीं है। सिर्फ एक नजर में पूरी किताब को पढ़ लेना हो या फिर खुद को भगवान के बगल में खड़ा करना, शुभ की अजीब सी हरकतों की वजह से ही उसके पिता उससे नफरत करने लगते हैं जिसके बदले में वह ऑटिज्म नाम की बीमारी का शिकार हो जाता है जिसमें इंसान खुद को बाकी दुनिया से अलग कर लेता है।
इन तीनों के जिंदगी आपस में बंध जाती है जब अचानक से एक दिन कुछ अजीब से मर्डर होना शुरू हो जाते हैं। मरने वाले के शरीर से उसके Right hand की index finger को काट लिया जाता है और उसकी dead body के बगल में एक अजीब सा mask मिलता है।
इस मर्डर की सबसे पहली शिकार खुद धनंजय की wife होती है जिसकी वजह से धनंजय को case से हटाकर निखिल को वापस इंडिया बुलाया जाता है जो मर्डर के पीछे छुपे Mastermind की तलाश करने लगते हैं।
कहानी कुछ ऐसे पलटती है कि चेला गुरु के खिलाफ खड़ा हो जाता है और निखिल धनंजय को अपनी ही बीवी के कत्ल के इल्जाम में जेल भिजवा देते हैं। लेकिन इसके उल्टे निखिल का सामना असली killer से हो जाता है जो सीधा उसको kidnap करके अपने साथ ले जाता है।
यहां पर कहानी में twist है जब इन सारे Murders के पीछे शैतान असुर यानी शुभ के हाथ होने की बात सामने आती है जो धनंजय से बदला लेने के लिए इन सारे Murders को बारी बारी से अंजाम दे रहा है।
दरअसल 11 साल पहले धनंजय पूजा के सिलसिले मैं वाराणसी जाते हैं जहां पर उनकी मुलाकात शुभ से होती है जो पूरी दुनिया को धोखा देकर अपने ही पिता को जहर से मार डालता है और पानी में डूब ने से उनकी मौत होने का नाटक करता है। लेकिन धनंजय उसको सबके सामने expose कर देते हैं और कुछ सबूतों के साथ छेड़छाड़ करके उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा साबित कर देते हैं जिसकी वजह से शुभ को बाल सुधार गृह की जगह सीधा जेल में डाल दिया जाता है। सबसे चौकाने वाली बात निखिल को इस बारे में पता चल जाता है जिसकी वजह से धनंजय से नाराज होकर सीबीआई की नौकरी छोड़ने का फैसला करते हैं लेकिन इसके बावजूद धनंजय अपनी ईगो के वजह से सबकी जिंदगी को पूरी तरीके से बर्बाद कर देते हैं।
जिसने इस शो को पूरा देख लिया है उसके मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि असली असुर आखिर है कौन?
Ans. इसका जवाब काफी complicated जरूर है लेकिन कठिन बिल्कुल नहीं है। सारे murders के पीछे हाथ शुभ का क्यों ना हो लेकिन इसके पीछे जो बदले वाला खेल छुपा हुआ है जिसके शुरूआत खुद धनंजय ने की थी जिसने पावर का गलत इस्तेमाल करके एक जवान लड़के को सुधरने का मौका देने की जगह उसे नर्क में फंसा दिया था। इसलिए सजा जितनी शुभ को मिलनी चाहिए, धनंजय को भी उसमें बराबर का हकदार बनाना पड़ेगा जिसने हकीकत में खुद को कहानी में असुर बनाकर पेश किया है।
एक ऐसे इंसान जो दुनिया के लिए मसीहा बनता है लेकिन अपने अंदर छुपे हुए घमंड में मासूम लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देता है।
दूसरा जरूरी सवाल सबके किए हुए murders के पीछे का मकसद क्या है?
Ans. कलयुग के बारे में जिक्र करते हुए कहा गया है कि एक ऐसा moment आएगा जब सारे अच्छे इंसान भ्रष्ट हो जाएंगे और एक दूसरे के जान के पीछे पड़ जाएंगे। बस इस बात को सच साबित करने के लिए शुभ हर इंसान के अंदर छुपे हुए डॉकसाइड को बाहर लाना चाहता है जिसका सीधा कनेक्शन लास्ट के तीन kidnaping के साथ जोड़ सकते हो जिनको एक दूसरे की जान लेने के लिए मजबूर किया जाता है।
तीसरा सवाल end मैं शुभ की जीत हुई या हार? यह असुर वाली सोच वाकई लोगों के अंदर छुपी हुई है या फिर एक साइको किलर का पागलपन है जिस का सहारा लेकर वह मासूम लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है?
Ans. इसका जवाब है हार। क्योंकि एक तरफ निखिल खुद तीनों की जिंदगी बचाने के लिए खुद अपनी बेटी को कुर्बान कर देता है, दूसरी तरफ धनंजय खुद की जान को दांव पर लगाकर अपनी इंसानियत का सबूत देता है जिससे शुभ का प्लान फेल हो जाता है और उसकी अवसर वाली सोच गलत साबित जाती है।
चौथा सवाल जो इस वक्त सभी के मन में टहल रहे क्या रसूल शुभ है या फिर कोई और ही है जिससे हमारी नजरों से छुपा कर रखा गया औषध की असली आईडेंटिटी कोरीवी नहीं किया गया?
Ans. तो यार ज्यादा दिमाग मत लगाओ रसूली ही शुभ है जिसका सबूत नोटबुक में बनी पेंटिंग से मिल जाता है जो बचपन में शुभ अपनी कॉपी में
बनाया करता था और जेल की दीवारों पर भी लिखा करता था। दूसरे सबूत यह कि जिस तरीके से रसूल ललार्क गोपी ना डरे हुए एकदम आसान तरीके से मार डालता है वह साफ इशारा करता है कि रसूल दिमाग सकता शातिर है और इंसानों की जान लेने मैं उसको एक पल भी सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है।
और आखरी सवाल जो सभी को बुरी तरीके से confuse कर दिया है
क्या रसूल और धनंजय आपस में connected हैं ?क्योंकि series के end scene में दोनों के बीच में बड़ा ही मजेदार eye contact देखने को मिलता है।
तो यार ऐसे चांसेस काफी कम है क्योंकि यह सच निकलता है तो पूरी सीरीज को बनाने का Idea Fail हो जाएगा।
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि धनंजय असुर जरूर है लेकिन शुभ उसके लिए काम नहीं करता है। दोनों की सोच एक दूसरे से opposite है और दोनों दोस्त नहीं दुश्मन है।
अब आप सोच रहे होंगे कि उस scene का मतलब क्या है शो के makers आपको season 2 का hint देने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर रसूल और धनंजय के बीच में चूहे बिल्ली वाले खेल की शुरुआत होने वाली है जिसमें निखिल बुरी तरीके से फंसने वाले हैं।
तो यार उम्मीद करता हूं आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे अगर अभी भी कोई सवाल बज गया है तो नीचे Comment करके बता देना हम सब आपस में मिलकर आपकी पहेली को सुलझा देंगे।
पहले हैं धनंजय राजपूत जो CBI के लिए काम करते हैं और फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के काफी बड़े officer है, आसान भाषा में बोले तो यह पुलिस के अंदर science और technology वाले पंगे संभालते हैं। यह दिमाग से काफी चालाक है और इनकी पहुंच भी काफी ऊपर तक है, इसीलिए society में इनकी काफी इज्जत है और इनका ego भी काफी बड़ा है। अक्सर यह बड़े-बड़े cases मैं खुद के दिमाग से फैसला सुना देते हैं और सामने वाले को अपने ही ढंग से सजा भी दे देते हैं फिर चाहे उसके लिए कानून को ही तोड़ना फोड़ना क्यों ना पड़े, यह डरने वालों में से बिल्कुल नहीं है।
दूसरे वाले हैं निखिल नायर जो किसी जमाने में CBI के लिए काम करते थे और धनंजय के student हुआ करते थे, लेकिन आजकल इंडिया से दूर यह अमेरिका मैं बैठकर एक मामूलीसा training job कर रहे हैं। CBI छोड़ने के फैसले से यह खुश तो बिल्कुल नहीं है, लेकिन dead body के मुकाबले अपनी बीवी और बच्ची के साथ वक्त गुजारना किसको पसंद नहीं है! निखिल सही और गलत में यकीन रखते हैं और गलती से भी इंसान के साथ नाइंसाफी नहीं करना चाहते, फिर भले ही सामने चोर डाकू क्यों ना हो यह उसको सुधारने का पूरा मौका देते हैं।
तीसरा और सबसे important character है शुभ नाम के अतरंगी से लड़के का जिसको बचपन से ही उसके घर वाले असुर के नाम से बुलाते हैं क्योंकि इसका दिमाग बाकी लोगों से काफी तेज भागता है और किसी भी angle से इसकी हरकतें मामूली इंसानों जैसी बिल्कुल नहीं है। सिर्फ एक नजर में पूरी किताब को पढ़ लेना हो या फिर खुद को भगवान के बगल में खड़ा करना, शुभ की अजीब सी हरकतों की वजह से ही उसके पिता उससे नफरत करने लगते हैं जिसके बदले में वह ऑटिज्म नाम की बीमारी का शिकार हो जाता है जिसमें इंसान खुद को बाकी दुनिया से अलग कर लेता है।
यहां पर कहानी में twist है जब इन सारे Murders के पीछे शैतान असुर यानी शुभ के हाथ होने की बात सामने आती है जो धनंजय से बदला लेने के लिए इन सारे Murders को बारी बारी से अंजाम दे रहा है।
दरअसल 11 साल पहले धनंजय पूजा के सिलसिले मैं वाराणसी जाते हैं जहां पर उनकी मुलाकात शुभ से होती है जो पूरी दुनिया को धोखा देकर अपने ही पिता को जहर से मार डालता है और पानी में डूब ने से उनकी मौत होने का नाटक करता है। लेकिन धनंजय उसको सबके सामने expose कर देते हैं और कुछ सबूतों के साथ छेड़छाड़ करके उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा साबित कर देते हैं जिसकी वजह से शुभ को बाल सुधार गृह की जगह सीधा जेल में डाल दिया जाता है। सबसे चौकाने वाली बात निखिल को इस बारे में पता चल जाता है जिसकी वजह से धनंजय से नाराज होकर सीबीआई की नौकरी छोड़ने का फैसला करते हैं लेकिन इसके बावजूद धनंजय अपनी ईगो के वजह से सबकी जिंदगी को पूरी तरीके से बर्बाद कर देते हैं।
जिसने इस शो को पूरा देख लिया है उसके मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि असली असुर आखिर है कौन?
Ans. इसका जवाब काफी complicated जरूर है लेकिन कठिन बिल्कुल नहीं है। सारे murders के पीछे हाथ शुभ का क्यों ना हो लेकिन इसके पीछे जो बदले वाला खेल छुपा हुआ है जिसके शुरूआत खुद धनंजय ने की थी जिसने पावर का गलत इस्तेमाल करके एक जवान लड़के को सुधरने का मौका देने की जगह उसे नर्क में फंसा दिया था। इसलिए सजा जितनी शुभ को मिलनी चाहिए, धनंजय को भी उसमें बराबर का हकदार बनाना पड़ेगा जिसने हकीकत में खुद को कहानी में असुर बनाकर पेश किया है।
एक ऐसे इंसान जो दुनिया के लिए मसीहा बनता है लेकिन अपने अंदर छुपे हुए घमंड में मासूम लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देता है।
दूसरा जरूरी सवाल सबके किए हुए murders के पीछे का मकसद क्या है?
Ans. कलयुग के बारे में जिक्र करते हुए कहा गया है कि एक ऐसा moment आएगा जब सारे अच्छे इंसान भ्रष्ट हो जाएंगे और एक दूसरे के जान के पीछे पड़ जाएंगे। बस इस बात को सच साबित करने के लिए शुभ हर इंसान के अंदर छुपे हुए डॉकसाइड को बाहर लाना चाहता है जिसका सीधा कनेक्शन लास्ट के तीन kidnaping के साथ जोड़ सकते हो जिनको एक दूसरे की जान लेने के लिए मजबूर किया जाता है।
तीसरा सवाल end मैं शुभ की जीत हुई या हार? यह असुर वाली सोच वाकई लोगों के अंदर छुपी हुई है या फिर एक साइको किलर का पागलपन है जिस का सहारा लेकर वह मासूम लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है?
Ans. इसका जवाब है हार। क्योंकि एक तरफ निखिल खुद तीनों की जिंदगी बचाने के लिए खुद अपनी बेटी को कुर्बान कर देता है, दूसरी तरफ धनंजय खुद की जान को दांव पर लगाकर अपनी इंसानियत का सबूत देता है जिससे शुभ का प्लान फेल हो जाता है और उसकी अवसर वाली सोच गलत साबित जाती है।
चौथा सवाल जो इस वक्त सभी के मन में टहल रहे क्या रसूल शुभ है या फिर कोई और ही है जिससे हमारी नजरों से छुपा कर रखा गया औषध की असली आईडेंटिटी कोरीवी नहीं किया गया?
Ans. तो यार ज्यादा दिमाग मत लगाओ रसूली ही शुभ है जिसका सबूत नोटबुक में बनी पेंटिंग से मिल जाता है जो बचपन में शुभ अपनी कॉपी में
बनाया करता था और जेल की दीवारों पर भी लिखा करता था। दूसरे सबूत यह कि जिस तरीके से रसूल ललार्क गोपी ना डरे हुए एकदम आसान तरीके से मार डालता है वह साफ इशारा करता है कि रसूल दिमाग सकता शातिर है और इंसानों की जान लेने मैं उसको एक पल भी सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है।
और आखरी सवाल जो सभी को बुरी तरीके से confuse कर दिया है
क्या रसूल और धनंजय आपस में connected हैं ?क्योंकि series के end scene में दोनों के बीच में बड़ा ही मजेदार eye contact देखने को मिलता है।
तो यार ऐसे चांसेस काफी कम है क्योंकि यह सच निकलता है तो पूरी सीरीज को बनाने का Idea Fail हो जाएगा।
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि धनंजय असुर जरूर है लेकिन शुभ उसके लिए काम नहीं करता है। दोनों की सोच एक दूसरे से opposite है और दोनों दोस्त नहीं दुश्मन है।
अब आप सोच रहे होंगे कि उस scene का मतलब क्या है शो के makers आपको season 2 का hint देने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर रसूल और धनंजय के बीच में चूहे बिल्ली वाले खेल की शुरुआत होने वाली है जिसमें निखिल बुरी तरीके से फंसने वाले हैं।
तो यार उम्मीद करता हूं आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे अगर अभी भी कोई सवाल बज गया है तो नीचे Comment करके बता देना हम सब आपस में मिलकर आपकी पहेली को सुलझा देंगे।
Asur Web Series Trailer
Asur Web Series Frequently Asked Questions
1. Is Asur Web Series on Netflix?
Ans. No, Asur Web Series is not available on Netflix.
2. Is Asur Web Series Avaliable on Amazon Prime ?
Ans. No, Asur Web Series is not available on Amazon Prime. It is only available on Voot Select.
3. Can i watch Asur Web Series with Family?
Ans. Yes, you can, But keep in mind, Asur web series are related to murders, unusual dead bodies and some creepy things.
4. Release date of Asur Web Series?
Ans. 2nd March 2020
4. Release date of Asur Web Series?
Ans. 2nd March 2020
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